भगवान सूरज का घर है लोहार्गल का सूर्य मंदिर

punjabkesari.in Thursday, May 25, 2017 - 09:47 AM (IST)

पांडवों को लोहार्गल के सूर्य मंदिर तीर्थ में सगे-संबंधियों की हत्या के पाप से मुक्ति मिली थी। यहां स्थित सूर्य कुंड में स्नान करने से त्वचा संबंधी रोगों से मुक्ति मिलती है। सूर्यदेव संग इनकी पत्नी छाया की पूजा से सब प्रकार के मनोरथ भी पूरे होते हैं। राजस्थान के झुंझनूं जिले में स्थित लोहार्गल का सूर्य मंदिर भगवान सूर्य का घर माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु की तपस्या से यहां सूर्यदेव को पत्नी छाया के साथ रहने के लिए स्थान मिला था। 


पांडवों को इसी तीर्थ में सगे-संबंधियों की हत्या के पाप से मुक्ति मिली थी। यहां स्थित सूर्य कुंड में स्नान करने से त्वचा संबंधी रोगों से मुक्ति मिलती है। सूर्यदेव संग इनकी पत्नी छाया की पूजा से सब प्रकार के मनोरथ भी पूरे होते हैं। यह सूर्य देव के प्राचीन मंदिरों में से एक है और कोणार्क के सूर्य मंदिर का समकालीन है। 

 
माना जाता है कि कत्यूरी वंश के राजा कटरमाल ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। लोगों की आस्था है कि यहां श्रद्धापूर्वक जो भी मनोकामना मांगी जाती है वह पूरी होती है। पद्मासन की मुद्रा में बैठे भगवान सूर्य भक्तों को रोग और दुखों से मुक्ति दिलाते हैं। यह मंदिर अलमोड़ा से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर बसा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News