गुरुवार का गुडलक: चैत्र शिवरात्रि पर महादेव करेंगे हर इच्छा पूरी

punjabkesari.in Thursday, Mar 15, 2018 - 07:04 AM (IST)

गुरुवार दि॰ 15.03.18 को चैत्र कृष्ण चतुर्दशी के उपलक्ष्य में चैत्र मासिक शिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। शास्त्रनुसार चतुर्दशी के स्वामी स्वयं परमेश्वर शिव हैं। शास्त्र गर्ग संहिता के अनुसार चतुर्दशी तिथि चन्द्रमा ग्रह की जन्म तिथि है। चतुर्दशी के स्वामी परमेश्वर शिव हैं। इस तिथि को शिव पूजन व व्रत करना उत्तम रहता है। चतुर्दशी की अमृतकला को स्वयं परमेश्वर शिव ही पीते हैं। चतुर्दशी तिथि को क्रूरा कहा गया है। इस तिथि की दिशा पश्चिम है। पौराणिक मतानुसार शिवरात्रि पर्व वैदिक काल से ही मनाया जाता है। इस व्रत व पर्व का पालन देवी लक्ष्मी, सरस्वती, गायत्री, सीता, पार्वती व रति ने विधिवत किया था। साल में 12 मासिक शिवरात्रि पर्व मनाए जाते हैं। हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाने वाला मासिक शिवरात्रि पर्व महादेव को अति प्रिय है। 


मान्यतानुसार शिवरात्रि शिव-शक्ति के मिलन का पर्व है। शिवरात्रि के प्रदोषकाल में शंकर-पार्वती का विवाह हुआ था। प्रदोष काल में महाशिवरात्रि तिथि में सर्व ज्योतिर्लिंगों का प्रादुर्भाव हुआ था व सर्वप्रथम ब्रह्मा और विष्णु ने महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पूजन किया था। पौराणिक मान्यतानुसार दिव्य ज्योर्तिलिंग का उद्भव चतुर्दशी तिथि को माना जाता है व महाशिवरात्रि को शिव उत्पत्ति के रूप में मानते हैं। मध्य रात्रि के दौरान किए जाने वाले शिवरात्रि पूजन को निशिता कहते हैं। संध्या के समय किए जाने वाले शिवरात्रि पूजन को प्रदोष कहते हैं। शास्त्रनुसार चैत्र शिवरात्रि के पूजन, व्रत व उपायों से सर्व मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, हर मुश्किल कार्य सुगम होता है व सदा निरोगी काया प्राप्त होती है।


विशेष पूजन: संध्या काल में शिवलिंग का पंचोपचार पूजन करें। शुद्ध घी का दीप करें, सुगंधित धूप करें, पीले कनेर के फूल चढ़ाएं, पीले चंदन से त्रिपुंड बनाएं, केसर युक्त चावल की खीर का भोग लगाएं। इस विशेष मंत्र को 108 बार जपें। इसके बाद भोग किसी गरीब को बांट दें। 


विशेष मंत्र: ॐ त्र्यम्बकाय नमः॥
विशेष मुहूर्त: शाम 16:13 से शाम 17:13 तक।


आज का शुभाशुभ
आज का अभिजीत मुहूर्त:
दिन 12:10 से दिन 12:56 तक।
आज का अमृत काल: रात 21:35 से रात 23:03 तक।
आज का राहु काल: दिन 13:59 से दिन 15:25 तक। 
आज का गुलिक काल: प्रातः 09:41 से प्रातः 11:07 तक।
आज का यमगंड काल: प्रातः 06:50 से प्रातः 08:16 तक।


यात्रा मुहूर्त: आज दिशाशूल पूर्व व राहुकाल वास वायव्य में है। अतः पूर्व व वायव्य दिशा की यात्रा टालें।
वर्जित मुहूर्त: आज पृथ्वी वासिनी भद्रा शाम 17:19 से लेकर प्रातः 05:53 तक रहेगी। इसमे शुभ कार्य वर्जित हैं।


आज का गुडलक ज्ञान
आज का गुडलक कलर:
पीत।
आज का गुडलक दिशा: ईशान।
आज का गुडलक मंत्र: ॐ लोकपालाय नमः॥
आज का गुडलक टाइम: प्रातः 11:30 से दिन 12:30 तक।


आज का बर्थडे गुडलक: सदा निरोगी बने रहने हेतु सफेद शिवलिंग पर जलाभिषेक करें।


आज का एनिवर्सरी गुडलक: मुश्किल कार्य में आसानी हेतु शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाएं।


गुडलक महागुरु का महा टोटका: मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु शिवलिंग पर चढ़ा चांदी का टुकड़ा पर्स में रखें।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

 


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