बृहस्पतिवार का गुडलक देगा अखंड सौभाग्य का वरदान

punjabkesari.in Thursday, Aug 10, 2017 - 06:59 AM (IST)

गुरुवार दिनांक 10.08.17 को भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र है व इसी दिन कजरी तीज मनाई जाएगी। तृतीया तिथि, गुरुवार का दिन और गुरु का ही नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद होने से अतिगंड नाम का योग बनेगा। नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद पर बृहस्पति का स्वामित्व है। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में शिव और काली के पूजन का विधान है। लोक मान्यता अनुसार,पार्वती विरहाग्नि में तपकर काली हो गई थी व इसी दिन उन्होंने काला रंग त्यागकर पुनः शिव से मिलन किया था। कजरी तीज के विशेष पूजन से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। कुंवारी कन्याओं को सुंदर और मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है।


विशेष पूजन: शिवालय जाकर विधिवत धूप-दीप से षोडशोपचार पूजन करें। गौरी को पीली चुनरी, हल्दी उबटन व पीत चंदन चढ़ाएं। नैवेद्य में पपीते का भोग लगाएं। 108 बार इस विशिष्ट मंत्र को जपें। पपीता प्रसाद स्वरूप किसी सुहागन को दें।


विशेष मंत्र: ॐ काम्यायै नमः॥


विशेष मुहूर्त: प्रातः 08:38 से प्रातः 09:38 तक।


महूर्त विशेष 
अभिजीत मुहू
र्त: दिन 11:59 से दिन 12:52 तक।


अमृत काल: रात 22:04 से रात 23:42 तक।


यात्रा महूर्त: दिशाशूल - दक्षिण। राहुकाल वास - दक्षिण। अतः दक्षिण दिशा की यात्रा टालें।


विशेष वर्जित महूर्त: दिन 12:41 से लेकर रात 00:33 तक भाद्रवास (पृथ्वी) पर रहेगा। भाद्र में शुभ कार्य वर्जित हैं।   

 

आज का गुडलक ज्ञान
गुडलक कलर
: पीत।


गुडलक दिशा: उत्तर।


गुडलक टाइम: प्रातः 09:54 से प्रातः 10:54 तक।


गुडलक मंत्र: ॐ शिवाङ्कस्थायै नमः॥


गुडलक टिप: मनोकामना की पूर्ति हेतु शिवालय में पीले फूल चढ़ाएं।


गुडलक फॉर बर्थडे: सफ़ेद गाय को लड्डू खिलाने से पूरे साल भर भाग्य चमका रहेगा।


गुडलक फॉर एनिवर्सरी: दंपति द्वारा शिवालय में हल्दी चढ़ाने से पारिवारिक प्रेम बढ़ा रहेगा।


आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News