अपनी पत्नी से झगड़ा करने वाला कभी नहीं बन सकता धनवान

punjabkesari.in Thursday, Apr 13, 2017 - 02:54 PM (IST)

किसी भी व्यक्ति के जन्म लेते ही उस पर ग्रहों का शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ना आरंभ हो जाता है। शिशु के जन्म के साथ उसकी जन्मकुंडली बनवाई जाती है। ग्रह दशा से बढ़कर हैं कर्म, यदि व्यक्ति के कर्म अच्छे होंगे तो अशुभ ग्रह भी शुभ प्रभाव देंगे लेकिन अगर कर्म अच्छे नहीं हैं तो शुभ ग्रह भी अशुभ प्रभाव देंगे। हर व्यक्ति में अच्छी-बुरी आदतें होती हैं, जो उसके साथ हमेशा रहती हैं। इन्हीं आदतों में शुमार है, अपनी पत्नी से झगड़ा करना। आप में भी ये आदत है तो ग्रहों को खुश करने के लिए जितने भी प्रयत्न कर लें आप कभी धनवान नहीं बन सकते, जानते हैं क्यों?


महिलाएं घर की संपत्ति अर्थात लक्ष्मी का रूप होती हैं। जिस घर में महिलाओं का सम्मान नहीं होता मां लक्ष्मी उस घर से अपना नाता तोड़ लेती हैं। परिवार को समृद्ध व खुशहाल बनाने के लिए पत्नियों की तरह पतियों की भी बहुत खास भूमिका होती है। अगर दोनों मिलकर कोशिश करते हैं तभी परिवार में सुख-शांति बनी रह सकती है व जहां सुख-शांति है वहीं धन और खुशहाली का निवास होता है। 


ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, शुक्र पुरुष की कुंडली और गुरु स्त्री की कुंडली में दांपत्य का कारक है। शुक्र रोमांस व सम्मोहक पहलुओं का द्योतक है। यह लैंगिक सौहार्द, अनुरक्ति, विवाह, वंशवृद्धि, शारीरिक सौंदर्य और प्रेम का कारक है। यदि पुरूष की कुंडली में शुक्र अशुभ चल रहा है तो उसकी आर्थिक स्थिति और स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं चलती रहेंगी। 


लाल किताब व रावण संहिता के उपाय खंड में शुक्र को अच्छा बनाने व मंद शुक्र को दुरुस्त करने हेतु कुछ सटीक उपाय बताए गए हैं। 
जीवनसाथी का यथोचित सम्मान करें।

नियमित रूप से जननांगों को दही से धोएं।  

कांसे की घाघर में सतनजा भरकर धर्मस्थल में दान करें। 

सूर्य के रहते अर्थात दिन के समय कामक्रीड़ा अर्थात संभोग न करें। 

शरीर के विभिन्न अंगों पर अवांछित बाल न रखें। नियमित रूप से अवांछित बाल साफ करते रहें। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News