एकादशी पर न करें इन चीजों का सेवन, बन सकते हैं पाप के भागी

punjabkesari.in Friday, Apr 07, 2017 - 11:54 AM (IST)

एकादशी व्रत में भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इस दिन व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। यह व्रत विधि-विधान से किया जाता है। एकादशी के दिन एक भूल भी शुभ फल से वंचित कर सकती है। इस दिन कुछ ऐसी चीजें हैं जिनका सेवन करना नुक्सानदेय माना जाता है। एकादशी में भूलकर भी इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। 

एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि एकादशी के दिन चावल खाना अखाद्य पदार्थ अर्थात नहीं खाने योग्य पदार्थ खाने का फल प्रदान करता है। एक कथा के अनुसार माता के क्रोध से रक्षा के लिए महर्षि मेधा ने देह त्याग दी थी। उनके शरीर का अंश भूमि में समा गया। कालांतर में वही अंश जौ एवं चावल के रूप में भूमि से उत्पन्न हुआ। जब महर्षि की देह भूमि में समाई, उस दिन एकादशी तिथि थी। अत: प्राचीन काल से ही यह परंपरा शुरू हो गई कि एकादशी के दिन चावल एवं जौ से बने भोज्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। इसलिए एकादशी के दिन इन पदार्थों का सेवन महर्षि की देह के सेवन के समान माना गया है।

विज्ञान के अनुसार चावल में जल तत्व की मात्रा अधिक होती है। ज्योतिष शास्‍त्र की मानें तो जल तत्व की अधिकता मन को विचलित कर सकती है, क्योंकि जल और चंद्रमा में परस्पर आकर्षण होता है। चंद्रमा के कारण समुद्र में ज्वार आता है। इस प्रकार चावल का अधिक सेवन करने पर यदि शरीर में जल तत्व की मात्रा अधिक होगी तो मन अशांत महसूस करता है। अशांत मन से व्रत का पालन नहीं किया जाएगा। चूंकि एकादशी व्रत, संयम और साधना का दिन है। इसलिए मन को विचलित करने वाले पदार्थों से दूर रहने की हिदायत दी जाती है। 

एकादशी के दिन लहसुन, प्याज का सेवन करना भी वर्जित है। इसे गंध युक्त और मन में काम भाव बढ़ाने की क्षमता के कारण अशुद्ध माना गया है।

इसी प्रकार एकादशी और द्वादशी त‌िथ‌ि के द‌िन बैंगन खाना अशुभ होता है। 

एकादशी के दिन मांस अौर मदिरा का सेवन करने वाले को नरक की यातनाएं झेलनी पड़ती है। 

इस दिन सेम का सेवन भी नहीं करना चाहिए। एकादशी के दिन इसका सेवन संतान के लिए हानिकारक हो सकता है। 
 


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