चाणक्य नीति- सामर्थ्य से अधिक कार्य करने पर मिलती है असफलता

punjabkesari.in Sunday, Feb 18, 2018 - 03:15 PM (IST)

चाणक्य नीति को एक प्रकार से सफलता में सहयोग देने वाली पुस्तक माना गया है, क्योंकि इस में चाणक्य जिन्हें 'कौटिल्य' के नाम से भी जाना जाता है, ने एेसी बहुत सी बातें बताई हैं जो व्यक्ति को सफलता पाने में सहायकत होती है। तो आईए जानें आचार्य चाणक्य की उन्हीं नीतियों में से एक श्लोक के बारे में-


श्लोक-
स्वशक्ति ज्ञात्वा कार्यमारभेत्।


राजा को चाहिए कि पहले अपनी शक्ति और संसाधनों को पूरी तरह से जान ले, तभी वह कोई कार्य करे, अर्थात शत्रु पर आक्रमण करे अथवा समाज के किसी कार्य में अपने आपको लगाए। सामर्थ्य से अधिक कार्य करने पर असफलता ही मिलती है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News