व्यक्ति की असलीयत जानने के लिए ध्यान रखें आचार्य चाणक्य की सीख

punjabkesari.in Tuesday, Apr 25, 2017 - 01:14 PM (IST)

राजनीतिक व अर्थशास्त्र के पितामाह आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन से प्राप्त अनुभवों का उल्लेख चाणक्य नीति में किया। जिन पर अमल करने से व्यक्ति खुशहाल जीवन यापन कर सकता है। आचार्य चाणक्य ने जीवन के हर पहलु से संबंधित नीतियों का वर्णन किया है। उन्होंने एक नीति में बताया है कि किस व्यक्ति की असलीयत कब हमारे सामने आती है। 

चाणक्य के अनुसार जब व्यक्ति के जीवन में परेशानियों भरा समय आता है तभी उसके मित्रों की असली परख होती है। इसी समय सच्चे अौर झूठे मित्रों की पहचान होती है। 

इसी प्रकार सच्चे वीर की पहचान युद्ध के समय होती है। सच्चा वीर युद्ध में कभी भी पीठ नहीं दिखाता। दुश्मन कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो सच्चा वीर उसका डटकर सामना करता है। 

एकांत में व्यक्ति के मन की पवित्रता की असलियत सामने आती है। एकांत में लोगों का मन बुरी बातों में उलझ जाता है। चाणक्य के अनुसार जिस व्यक्ति का मन एकांत में भी न भटके वह पवित्र है। 

पत्नी की असलियत उस समय सामने आती है जब पति का सब कुछ बर्बाद हो जाता है। ऐसे बुरे समय में पत्नी अपने पति का साथ न छोड़े तो वह सर्वश्रेष्ठ जीवनसाथी है। 


 


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