चाणक्य नीति: ऐसी हो राजा की दंडनीति, नहीं तो प्रजा होगी बेलगाम

punjabkesari.in Sunday, Jan 22, 2017 - 04:41 PM (IST)

अर्थशास्त्र अौर राजनीति के पितामह आचार्य चाणक्य जैसे महान व्यक्ति इतिहास में ढूंढने से भी नहीं मिलते। उन्होंने मौर्य साम्राज्य की स्थापना करके अखण्ड भारत का निर्माण किया था। आचार्य चाणक्य एक बड़े दूरदर्शी विद्वान थे। चाणक्य की नीतियों में उत्तम जीवन का निर्वाह करने के बहुत से रहस्य समाहित हैं, जो आज भी उतने ही कारगर सिद्ध होते हैं। जितने कल थे। इन नीतियों को अपने जीवन में अपनाने से बहुत सारी समस्याओं से बचा जा सकता है और साथ ही, उज्जवल भविष्य का निर्माण किया जा सकता है। चाणक्य के अनुसार दंडनीति न होने से सभी बेलगाम हो जाते हैं।

 

दंडाभावेमंत्रिवर्गाभाव:।

 

भावार्थ:राजा की दंडनीति के प्रभावी न होने से मंत्रिगण भी कुछ नहीं कर पाते और प्रजा के मध्य में पनपने वाले असामाजिक तत्व सिर उठाने लगते हैं। मंत्रिपरिषद् दंडाभाव में उनका कुछ नहीं कर पाती। ऊपर से वे उनके सहायक हो जाते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News