शनि जयंती पर बरतें सावधानी, जानें क्या करें और क्या न करें

punjabkesari.in Wednesday, May 24, 2017 - 07:00 AM (IST)

न्याय के देवता शनि कर्मों के अनुसार ही मनुष्य को फल देते हैं, वह अच्छे कर्म करने वालों को जहां लाभ पहुंचाते हैं, वहीं बुरे कर्म करने वालों को दंड भी देते हैं। तभी तो कहते हैं कि शनि मनुष्य के कर्मों के अनुसार न्याय करते हुए राजा को रंक और रंक को राजा भी बना देते हैं। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि जयंती का दिन बहुत खास है। आप भी कुछ बातों में सावधानी रखकर उनके कृपा प्रार्थी बन सकते हैं।


शनि को प्रसन्न करने के लिए क्या करें
शनि जयंती पर इनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रात: सूर्य उदय से पूर्व शरीर पर सरसों के तेल की मालिश करके स्नान करें। काले रंग की लोहे की चौंकी पर काला वस्त्र बिछा कर शनि देव का विधिवत पूजन करें अथवा मंदिर में शनि देव पर काला वस्त्र  और सुरमा जरुर चढाएं। शनि देव को काला रंग अति प्रिय है। सरसों के तेल का दीपक जलाएं, नीले या काले पुष्पों से उनका पूजन करें। प्रसाद के रूप में श्री फल के साथ अन्य फल चढ़ाएं। 


इस दिन गाय, कौवे और काले कुत्ते को तेल लगाकर रोटी या कोई वस्तु जरुर खिलाएं। बुजुर्गों और जरुरतमंदों की सेवा और सहायता करें। उन्हें मीठी और नमकीन वस्तुएं खिलाएं। इस दिन कुष्ठरोगियों की सहायता करें तथा अंधों को खाने-पीने की वस्तुएं खिलाएं। उडद से बनी वस्तुओं का दान करने से भगवान शनि बड़े प्रसन्न होते हैं। काले उड़द, लोहे से बना सामान, तेल से बनी वस्तुओं का भोग लगाएं। पीपल के पेड़ पर भी तेल का दीपक जलाएं।  हनुमान जी का भी पूजन करें। जरूरतमंदों को शनि की प्रिय वस्तुओं का दान करें। 


क्या न करें
शनि जंयती पर सूर्य देव की यदि पूजा न करें तो अच्छा है। 

शनि जी की प्रतिमा या चित्र की आंखों में आंखें डाल कर कभी न देखें।

इस दिन हो सके तो यात्रा को टाल देना चाहिए। 

ब्रह्मचर्य का पालन करें।

वीना जोशी
veenajoshi23@gmail.com


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