सेल्फी लेते समय रहें सावधान! कहीं हो न जाएं काले जादू का शिकार

punjabkesari.in Monday, Mar 20, 2017 - 02:55 PM (IST)

हर कर्म स्वयं में एक ऊर्जा है। ऊर्जा न तो दैवीय होती है, न ही दैत्यकारी, न ही शुभ होती है न ही अशुभ। वास्तविकता में ऊर्जा को कुछ भी बनाया जा सकता है या कहें ऊर्जा को कोई भी प्रारूप दिया जा सकता है पॉज़िटिव या नैगेटिव। विज्ञान के अनुसार ऊर्जा न तो नष्ट होती है व न ही इसका निर्माण किया जा सकता है, बल्कि यह विभिन्न रूपों में रूपांतरित होती है। ऊर्जा बिजली की तरह है। जब बिजली घर को रोशन करती है, तो वह दिव्य है। अगर वह एक इलेक्ट्रिक चेयर बन जाती है, तो वह शैतानी है। यह बस इस बात पर निर्भर करता है कि उस पल उसे कौन संचालित कर रहा है। ईश्वर ऊर्जा का मूल स्रोत है। ईश्वर निर्गुण है, उसका अपना कोई गुण नहीं है। आप उससे कुछ भी बना सकते हैं। जो आग खाना पकाती है और जो आग आपको जला सकती है तथा जो अग्निशमन कर्मचारी आपको देवता बनकर बचा लेता है, उसमें भी वही ऊर्जा है। बस स्थिति अनुसार ऊर्जा का संचालन किया जा रहा है। अगर ऊर्जा का पॉज़िटिव प्रयोग है, तो नेगेटिव भी है।


काले जादू या काल तंत्र का प्रयोग एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति पर किया जाता है। इसके प्रयोग पॉज़िटिव ऊर्जा को नैगेटिव में बदलने हेतु या नैगेटिव ऊर्जा को पॉजिटिव में बदलने हेतु किया जाता है। मान्यतानुसार अपने भीतर की सुसुप्त क्षमता को जागृत करने के लिए इस तंत्र को अपनाया जाता है। ज्यादातर लोग इसका गलत इस्तेमाल कर अपना स्वार्थ सिद्ध करते हैं। मान्यता के अनुसार काल तंत्र से संसार का हर काम सिद्ध किया जा सकता है। इसके द्वारा प्रेमी अगर प्रेमिका को अपने प्रेम में वशीभूत रख सकता है तो कोई पत्नी अपने पति को परस्त्री गमन से रोक सकती है। फोटो से किसी व्यक्ति को आकर्षित करना या उसका सम्मोहन करना काले जादू से संभव है। ताकि उससे अपनी हर संभव इच्छा की पूर्ति करवाकर अपने वश में रखा जा सके। वशीकरण के विधान में जिस प्रकार से व्यक्ति का नाम महत्वपूर्ण है, उसी तरह से उसकी तस्वीर के उपयोग का महत्व है। इस तरीके से नजरों से काफी दूर रहने वाले व्यक्ति की मनोदशा को नियंत्रित किया जा सकता है। 


आज के युग में लोगों के पास समय न होने के कारण, लोग उल्टे सीधे तांत्रिक तरीके अपनाते हैं। शास्त्र कहते हैं "यथा पिण्डे तथा ब्रह्माण्डे" अर्थात हर कण में ब्रह्माण्ड बसा है उसी प्रकार हमारी फोटो या सेल्फ़ी में भी ब्रह्माण्ड बसा है व हमारी फोटो या सेल्फ़ी में भी ऊर्जा समाहित है तथा इसे भी प्रभावित किया जा सकता है अर्थात आपकी फोटो या सेल्फ़ी पर भी नैगेटिव या पॉज़िटिव ऊर्जा का संचालन किया जा सकता है या इस पर भी वशीकरण किया जा सकता है। वशीकरण का सरल अर्थ है प्रभावित करना या किसी को अपने नियंत्रण में लाना। अतः अपनी फोटो या सेल्फ़ी लेते समय या उसे इंटरनेट वेबसाईट पर शेयर करते समय सावधान रहें अन्यथा इसका प्रयोग अधार्मिक तथा अनैतिक उद्देश्य के लिये किया जा सकता है। इसके साथ ही फोटो या सेल्फ़ी लेते समय आपके इर्द-गिर्द की नैगेटिव या पॉज़िटिव ऊर्जा भी उसी फोटो या सेल्फ़ी में केन्द्रित हो जाती है। अतः फोटो या सेल्फ़ी लेते समय और उसे इंटरनेट वेबसाईट पर शेयर करते समय सावधान रहें।

 

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com


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