आचार्य चाणक्‍य के अनुसार, राजा को भी रंक बना देते हैं ग्रह

punjabkesari.in Wednesday, Jan 11, 2017 - 02:03 PM (IST)

ज्योतिष शास्त्र के सिद्धांत अनुसार ग्रह अपने फल देते हैं। उनके लए कोई उपाय शास्त्रों में नहीं बताए गए हैं किन्तु यदि ग्रह-राशि की संदेहास्पद स्थिति हो तो उनके उपाय करने के विधान शास्त्र सम्मत माने जाते हैं। ग्रह शुभ हो या अशुभ, वे अपनी शक्ति और स्थिति के अनुसार ही अच्छा या बुरा फल प्रदान करते हैं। ब्रह्माण्ड में ग्रह हमेशा गतिशील रहते हैं और परिभ्रमण करते हुए कभी मार्गी और कभी वक्र गति से 12 राशियों को प्रभावित करते हैं। 


आचार्य चाणक्‍य भी मानते हैं की ग्रहों की अनुकूल चाल से राज्य की प्राप्ति होती है और प्रतिकूलता से राजा भी रंक बन जाता है। किसी भी काम में हाथ डालने से पहले  जन्‍मकुण्‍डली के ग्रहों, चालू गोचर के ग्रहों आदि का विचार करना जरूरी है।


आईए जानें जीवन में कौन सा ग्रह किस क्षेत्र को प्रभावित करता है 

1 सूर्य का प्रभाव - आर्ट्‍स, विज्ञान

2 मंगल का प्रभाव - जीव विज्ञान

3  चंद्रमा का प्रभाव - ट्रेवलिंग, टूरिज्म,

4  बृहस्पति का प्रभाव - किसी विषय में अध्यापन की डिग्री

5 बुध का प्रभाव - कॉमर्स, कम्प्यूटर

6 शुक्र का प्रभाव- मीडिया, मास कम्युनिकेशन, गायन, वादन

7 शनि का प्रभाव- तकनीकी क्षेत्र, गणित


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