प्याज हुआ 5 पैसे प्रति किलो, बेचने के बजाए खेतों में फेंक रहे किसान

punjabkesari.in Thursday, Aug 25, 2016 - 03:48 PM (IST)

मुंबई: जहां एक तरफ लोग मंहगाई को लेकर परेशान हैं, दाल, सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं एक किसान इस बात से दुखी है कि उसके प्याज की कीमत मात्र 5 पैसे प्रति किलो लगाई जा रही है। सरकार उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रही है लेकिन इस किसान का ज्यादा उत्पादन समस्या बना हुआ है। एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव में कारोबारियों की हड़ताल से किसानों की कमर टूट गई है। पैदावार सड़ रही है, कीमत मिल नहीं रही। ऐसे में वे प्याज बेचने के बजाए फेंकने को मजबूर हैं क्योंकि बिक्री से लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है।

नासिक के सायखेड़ा में सुधाकर दराडे ने प्याज मंडी में नहीं बेची, उसे खेतों में फेंक दिया। मंडी में उन्हें एक क्विंटल पर 5 रुपए का लाभ मिल रहा था, लिहाजा उन्होंने इसे बेचने के बजाए, खेतों में फेंकना मुनासिब समझा। सुधाकर दराडे ने कहा  ''इतनी कम कीमत से लागत भी नहीं निकलेगी। हमें बहुत नुकसान हो रहा था, इसलिए मैंने इसे बेचने की जगह खेत में डाल दिया है। खेत में प्याज डालने से जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी।" नासिक की मंडियों में प्याज नीलामी के जरिए बेचा जाता है।

फिलहाल यहां प्याज की कीमत 4 रुपये प्रति किलो है लेकिन हड़ताल की वजह से प्याज स्टोर करके रखने से वह सड़ने लगी है। ऐसे में प्याज के खरीदार उसका कौड़ियों का मोल लगा रहे हैं. किसानों का कहना है कि एक क्विंटल प्याज उगाने की लागत 650-700 रुपए है लेकिन बाजार में कीमत 400-500 रुपए प्रति क्विंटल तक आ गई है।


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