विवाह करने से पहले ध्यान रखें चाणक्य की ये सीख

punjabkesari.in Tuesday, Jun 28, 2016 - 10:28 AM (IST)

राजनीतिक अौर कूटनीति के पितामाह आचार्य चाणक्य ने शादी के विषय में कहा है कि ये जीवन का एक अभिन्न अंग है। विवाह के पश्चात पति-पत्नी अौर परिवार के जीवन में बदलाव आता है। इसलिए लड़का-लड़की का रिश्ता करते समय सावधानी आवश्यक है क्योंकि आधुनिक समय में लड़के शादी के लिए सुंदर लड़कियों को महत्ता देते हैं। ये जरुरी नहीं होता कि खूबसूरत लड़की में सारे गुण विद्यमान हो। आचार्य ने लड़कियों के विषय बताया है कि कैसी लड़कियों से शादी करनी चाहिए 
 
चाणक्य कहते हैं-
वरयेत् कुलजां प्राज्ञो विरूपामपि कन्यकाम्।
रूपशीलां न नीचस्य विवाह: सदृशे कुले।।
 
* आचार्य चाणक्य के अनुसार समझदार व्यक्ति ऊंचे कुल अर्थात संस्कारी परिवार में जन्मी लड़की से शादी करता है। इस प्रकार के परिवार में जन्म लेने वाली लड़की कुरूप होने पर भी आंतरिक गुणों की धनी होती है, अत: बिना सोच-विचार किए उससे शादी कर लेनी चाहिए। विवाह के लिए बाहरी सौंदर्य की अपेक्षा लड़की के मन की सुंदरता अौर संस्कारों को देखना चाहिए। 
 
* चरित्रहीन अौर नीच कुल की लड़की से किसी भी अवस्था में शादी न करें। 
 

* विवाह समान कुल में करना ठीक रहता है। यदि पुरुषों में भी इस तरह के अवगुण हों तो कन्याअों को भी उनसे विवाह नहीं करना चाहिए। 


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