शहर में बरकरार वाहन चोरों का खौफ, 10 दिन में 18 वाहन चोरी

punjabkesari.in Monday, Jan 15, 2018 - 09:56 AM (IST)

चंडीगढ़(सुशील) : वाहन चोरों का खौफ चंडीगढ़ के लोगों पर बरकरार बना हुआ है। चोरों ने लोगों के घरों के बाहर खड़े 18 वाहनों पर हाथ साफ कर चुके है लेकिन चंडीगढ़ पुलिस इन चोरों को पकडऩे में कामयाब नहीं हो पा रही है। हर बार की तरह थाना पुलिस वाहन चोरी का मामला दर्ज कर बैठ जाती है। वाहन चोरी रोकने के लिए आला अधिकारियों ने क्राइम ब्रांच के नेतृत्व में व्हीकल थैफ्ट सैल बनाया था।  व्हीकल थैफ्ट सैल न तो चोरी रोक पा रहा है और न ही वाहन चोरों को पकड़ रहा है। 

 

हैरानी यह है कि चंडीगढ़ पुलिस द्वारा व्हीकल थैफ्ट सैल बनाने के बाद ही वाहन चोरी की वारदात में काफी इजाफा हुआ है। पुलिस के मानें तो 2017 में शहर से 914 वाहन चोरी हुए हैं। यह वाहन चोरी की वारदात पिछले सालों से बहुत ज्यादा है। 2016 में वाहन चोरी के 616, 2015 में वाहन चोरी के मामले 601 और 2014 में वाहन चोरी की 817 केस दर्ज हो चुके है। 

 

साऊथ डिवीजन में हुए है ज्यादा वाहन चोरी :
वाहन चोरों ने सबसे ज्यादा वाहन चोरी की वारदात साऊथ डिविजन में की है। पुलिस की मानें तो 2018 में दर्ज हुए 15 मामलों में से 8 केस साउथ डिविजन में दर्ज हो चुके है।  पुलिस सूत्रों की मानें तो साऊथ डिविजन के सैक्टर मोहाली बार्डर के साथ लगते है। इसका फायदा उठाकर चोर चंडीगढ़ में वारदात को अंजाम देकर आसानी से मोहाली में दाखिल होकर फरार हो जाते है।

 

सी.सी.टी.वी. कैमरे में कैद नहीं हो पाते चोर :
चंडीगढ़ पुलिस द्वारा लाइट प्वाइंट, चौराहे और एंटी प्वाइंट पर लगाए गए कैमरें में कोई भी वाहन चोर कैद नहीं हो पाया है। कैमरों की घटिया क्वालिटी होने का फायदा वाहन चोरों का काफी मिल रहा है। हालत यह है कि इसके चलते वाहन चोर आसानी से चंडीगढ़ में वाहन चोरी करके फरार हो जाते है। 

 

लोग घरों के बाहर खड़ी करते हैं गाड़ियां :
चंडीगढ़ में लोगों के पास घरों के अंदर वाहन खड़े करने की जगह नहीं है। इसी के चलते लोग अपने वाहन घरों के बाहर खड़े करते है। लोगों के घरों के बाहर खड़े वाहनों को वाहन चोर आसानी से लेकर फरार होते हैं। वाहन चोरी की सबसे ज्यादा वारदात घरों के बाहर से होती है। 
 


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