उजाला स्कीम से हर साल होगी 12 करोड़ की बचत

punjabkesari.in Saturday, Jul 22, 2017 - 10:00 AM (IST)

चंडीगढ़ (विजय) : चंडीगढ़ जैसा शहर जहां बिजली को जनरेट करने का कोई जरिया नहीं है उसके लिए केंद्र सरकार की उन्नत ज्योति अफॉर्डेबल एल.ई.डी. फॉर आल (उजाला) स्कीम एक बेहतरीन विकल्प साबित हो रहा है। इस साल 6 मार्च को लॉन्च हुई इस स्कीम के जरिए 2,35,421 बल्ब बेचे जा चुके हैं। इन बल्ब से इतनी बिजली सेव हो रही है कि हर साल 12 करोड़ रुपए का फायदा होगा। यह राशि हर साल बिजली विभाग को इलेक्ट्रिसिटी पर्चेज पर खर्च करनी पड़ती थी। 

 

लेकिन किफायती दाम में एल.ई.डी. बल्ब बेचे जाने से हर साल 30,573 मेगावॉट बिजली की बचत की जा सकती है। इसके साथ ही 11,745 पंखे और 32,638 ट्यूबलाइट्स भी शहर के लोग खरीद चुके हैं। एल.ई.डी. फैंस की बदौलत 4,551 किलोवॉट और ट्यूबलाइट्स की बदौलत 14,29,939 किलोवॉट बिजली की बचत की जा चुकी है। यह आंकड़ा 21 जुलाई तक का है। यानी चंडीगढ़ के लिए यह स्कीम काफी फायदेमंद साबित हुई है। चंडीगढ़ प्रशासन इस स्कीम को और भी प्रमोट करने की तैयारी कर रहा है। 

 


पीक डिमांड में 6 मेगावॉट की बचत
दो दिन पहले एक बार फिर चंडीगढ़ में बिजली की डिमांड 383 मेगावॉट तक जा पहुंची थी। जिसकी वजह से कईं सैक्टर्स में बिजली के कट लगाने पड़े थे। अगर उजाला स्कीम के तहत पूरे शहर में एल.ई.डी. उपकरणों को लगाया जा सके तो भविष्य में इस स्कीम के जरिए और भी बिजली की बचत की जा सकती है। अभी तक चंडीगढ़ पीक आवर्स में 6 मेगावॉट बिजली सेव करने में कामयाब हुआ है। अगर पीक आवर्स में बिजली को और अधिक बचाया जा सकेगा तो कट का भी सिलसिला कम हो पाएगा।

 

70 रुपए में बल्ब और 230 में ट्यूबलाइट
केंद्र सरकार की इस स्कीम के तहत कंज्यूमर्स को मार्कीट प्राइस की तुलना में काफी कम कीमत में एल.ई.डी. बल्ब, फैन और ट्यूबलाइट्स मिल रहे हैं। एल.ई.डी. बल्ब की कीमत 70 रुपए है जबकि बाजार में कम से कम 150 रुपए में एक बल्ब मिल रहा है। वहीं, ट्यूबलाइट 230 और पंखा 1150 रुपए में बेचा जा रहा है। इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट के सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर एम.पी. सिंह ने कहा कि इस स्कीम का उम्मीद से अधिक रिस्पांस मिला है, जिससे विभाग को भी आर्थिक फायदा हो रहा है।


 


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