शालीमार शॉपिंग मॉल मामला : मालिक के भाई अक्षय गर्ग समेत तीन गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Oct 14, 2016 - 01:14 PM (IST)

पंचकूला (मुकेश): पंचकूला के सैक्टर-5 स्थित शालीमार शॉपिंग मॉल के मामले में करीब डेढ़ साल पहले दर्ज हुई एफ.आई.आर. के आधार पर आर्थिक अपराध शाखा पुलिस शालीमार मॉल के मालिक आर.के. गर्ग के भाई अक्षय गर्ग, प्रवीण कुमार व उसकी पत्नी कविता को पूछताछ के लिए उठा तो लाई लेकिन बाद में इन्वैस्टीगेशन ज्वाइन करवाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। थाने में ही मौजूद अजय गर्ग जिनकी पत्नी की शिकायत पर एफ.आई.आर. दर्ज हुई थी, ने पुलिस पर लाखों रुपए लेकर आरोपियों को छोडऩे का आरोप क्या लगाया कि पूरा पुलिस महकमा ही हिल गया। पुलिस अफसरों ने अपनी साख बचाने के लिए केस की जांच का जिम्मा ए.सी.पी. हैडक्वार्टर मुकेश मल्होत्रा को सौंपा गया। इसके बाद वीरवार को पुलिस ने बैंक खातों में हुई ट्रांजैक्शनों के आधार पर अक्षय गर्ग, प्रवीण कमार व कविता को गिरफ्तार भी कर लिया। शुक्रवार को पुलिस तीनों आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश करेगी। 

थाने के गेट पर दिनभर अतिरिक्त पुलिस फोर्स रही तैनात 
 बुधवार को शालीमार मॉल में पैसा लगाने वाले लोगों और आरोपियों के बीच हुई बहस और फिर हाथापाई के बाद वीरवार सुबह ही थाने के बाहर अतिरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया। पुलिस को शक था कि अगर शालीमार मॉल में पैसा लगाने वाले सभी लोग इकट्ठा होकर आ गए तो उन्हें संभालना मुश्किल हो सकता है। बता दें कि जब बुधवार को पुलिस ने अक्षय गर्ग को थाने से जाने दिया तो गेट पर ही शिकायतकर्ता अजय गर्ग के साथ उनकी बहस हुई। देखते ही देखते अक्षय गर्ग ने प्रवीण व राज कुमार के साथ मिलकर अजय गर्ग को पीटना शुरू कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने अक्षय गर्ग, प्रवीण, राज कुमार और अजय गर्ग की प्रिवैंटिव अरैस्ट डाल ली थी। 

शालीमार के नाम पर पैसे लेकर भाई की कंपनी में किए ट्रांसफर  
शालीमार शॉपिंग मॉल में कामर्शियल साइट खरीदने के लिए करीब 110 लोगों ने 70 करोड़ रुपए की पेमैंट की, लेकिन न तो उन्हें कामर्शियल साइट मिली और न ही उन्हें पैसे वापस मिले। जांच में पुलिस के हाथ बैंक खातों की डिटेल लगी है, जिससे पता चला कि शालीमार शॉपिंग मॉल प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर लोगों से आर.के. गर्ग ने करोड़ों रुपए लिए और फिर अपनी कंपनी से करीब 45 लाख रुपए अपनी भाई अक्षय गर्ग की कंपनी ए.के. स्टील के नाम पर ट्रांसफर किए थे। इसी कड़ी को जोड़ते हुए पुलिस टीम ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया है। 

ए.सी.पी. हैडक्वार्टर के नेतृत्व में एस.आई.टी. का गठन 
मामले की गंभीरता को देखते हुए डी.सी.पी. ने इस मामले की जांच का जिम्मा न केवल ए.सी.पी. हैडक्वार्टर मुकेश मल्होत्रा को सौंपा, बल्कि उनके नेतृत्व में एक एस.आई.टी. का गठन भी किया। इसमें सैक्टर-5 थाने के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर ललित कुमार, आर्थिक अपराध शाखा से महेंद्र कुमार, मोहन कुमार व अन्य को शामिल किया गया है। मामले की जांच का जिम्मा  मिलते ही मुकेश मल्होत्रा ने कार्रवाई करने में जरा भी ढील नहीं बरती। 

क्या है मामला
पंचकूला पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शॉलीमार शॉपिंग मॉल के मालिक व डायरैक्टर आर.के. अग्रवाल, उनकी पत्नी कमलेश रानी, इनेत अग्रवाल, विक्रम गोस्वामी, विजय कुमार जैन, कविता, प्रवीण कुमार, वेदपाल, भावना मित्तल, अक्षय गर्ग व मोनिका कुमारी के खिलाफ साजिश के तहत करीब 70 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की एफ.आई.आर. दर्ज कर रखी है। तीन लोगों की गिरफ्तारी होने के बाद अब पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है। 
 


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