पियरे जैनरे के घर को दिया म्यूजियम का रूप, प्रशासक ने किया उद्घाटन

punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2017 - 09:04 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : ली-कार्बूजिए के कजन पियरे जैनरे के 121वें जन्मदिवस के अवसर पर चंडीगढ़ प्रशासन ने उन्हें तोहफा देते हुए उनके घर को म्यूजियम के रूप में बदल दिया। जिसे ‘पियरे जैनरे म्यूजियम’ नाम दिया गया है। चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के गवर्नर वी.पी. सिंह बदनौर ने बुधवार को इस म्यूजियम का उद्घाटन किया। 

 

यह म्यूजियम घर के ग्राऊंड फ्लोर में तैयार किया गया है जबकि पहले फ्लोर में बनाए गए तीनों बैडरूम को गेस्ट रूम में बदल दिया गया है। जहां रिसर्चस और आर्कीटैक्ट्स के ठहरने की जगह दी जाएगी। म्यूजियम में कई सैक्शन रखे गए हैं। जहां रेजिडेंशियल, एजूकेशन, फर्नीचर, पर्सनल फोटो और पत्र व्यवहार रखे गए हैं। 

 

यहां वो सारे डॉक्यूमैंट्स और पुरानी फोटो रखी गई हैं जिनसे विजिटर्स को जैनरे की बिल्डिंग को समझने और इन कामों को करने के दौरान आने वाली परेशानियों को समझने में मदद मिल सकेगी। सैक्टर-5 के मकान नंबर-57 की पूरी 4 जे. की लाइन को जैनरे ने ही डिजाइन किया था। इस लाइन के सबसे कोने वाले मकान में जैनरे ने लगभग 11 साल गुजारे। 

 

उद्घाटन के मौके पर चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार परिमल राय, सी.एच.बी. के चेयरमैन मनिंदर सिंह, डायरैक्टर टूरिज्म जितेंद्र यादव, चीफ आर्कीटैक्ट कपिल सेतिया, चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद, सीनियर आर्कीटैक्ट एस.डी. शर्मा और पूर्व चीफ आर्कीटैक्ट सुमित कौर भी मौजूद थी। 

 

पूर्व चीफ आर्कीटैक्ट ने उठाया था ऑब्जैक्शन : 
ली-कार्बूजिए के चंडीगढ़ से जाने के बाद इस घर को कई बार प्रशासन और हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिकारियों को अलॉट किया गया था। जिसके बाद कई बार इस घर में बदलाव किए गए। जिसकी वजह से घर का वास्तविक कांसैप्ट और फैब्रिक लगभग खत्म हो चुका था। ऐसे में पूर्व चीफ आर्कीटैक्ट ने इस पर ऑब्जैक्शन करते हुए कहा था कि कम से कम इस घर में बदलाव करने को गलत ठहराया था। 

 

उन्होंने कहा था कि जैनरे को श्रद्धांजलि देने के लिए इस घर को वैसा ही रखा जाए जैसा पहले था। जिसके बाद से यह घर खाली पड़ा था। जब घर खंडहर में बदलने लगा तो प्रशासन द्वारा ली-कार्बूजिए सैंटर और चंडीगढ़ आर्कीटैक्चर म्यूजियम की डायरैक्टर दीपिका गांधी की सुपरविजन में इसके रैस्टोरेशन का काम शुरू करवाया गया। 

 

दादरा नगर हवेली के स्टूडैंट्स भी हुए प्रभावित :
कल्चर एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इन दिनों दादरा एंड नगर हेवली के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स भी चंडीगढ़ पहुंचे हुए हैं। इस उदघाटन समारोह के दौरान ये स्टूडेंट्स पियरे जैनरे के डिजाइंस से काफी प्रभावित हुए। बदनौर ने कहा कि चंडीगढ़ के आर्किटैक्चरल कैटेक्टर में जितना योगदान शहर का मास्टर प्लान बनाने वाले ली कार्बूजिए का था उतना ही पियरे जैनरे का भी रहा है। उन्होंने कहा कि इस घर में पियरे जैनरे रहते थे जिससे म्यूजियम और भी महत्वपूर्ण हो गया है। 


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