मामा के दुष्कर्म की शिकार हुई 12 वर्षीय बच्ची, झेल रही 7 माह का गर्भ

punjabkesari.in Saturday, Jul 22, 2017 - 07:56 AM (IST)

चंडीगढ़ (अर्चना): मामा के दुष्कर्म की शिकार हुई जिस बच्ची के पेट में 7 माह का गर्भ पल रहा है, उसकी उम्र को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच पंजाब केसरी ने नया खुलासा किया है। पंजाब केसरी के पास वे पुख्ता  सबूत हैं, जो बच्ची की सही उम्र को बयान कर रहे हैं। कई विशेषज्ञों और मनोचिकित्सकों के अनुसार इतनी कम उम्र में गर्भधारण करना संभव नहीं होता। संभवत: 9 वर्ष की उम्र में पीरियड शुरू हो जाना किसी अचंभे से कम नहीं। विशेषज्ञों से बातचीत के बाद पंजाब केसरी ने रेप पीड़िता की सही उम्र जानने के लिए तहकीकात शुरू की तो यह बड़ा खुलासा हुआ कि उसकी उम्र 10 नहीं बल्कि 12 वर्ष है।


 

डाक्टर की छोटी-सी गलती
अस्पताल की एक डाक्टर की छोटी-सी गलती ने बच्ची की उम्र को लेकर पूरे समाज को अचंभे में डाल दिया था  और यह डिबेट का विषय बनता जा रहा था। पंजाब केसरी ने पीड़िता के घर जाकर अस्पताल के डाक्यूमैंट और उसके स्कूल से उसकी उम्र का पता किया जो हैरान करने वाली बात सामने आई। अस्पताल के कार्ड में परिजनों ने बच्ची की उम्र 12 वर्ष ही लिखवाई थी लेकिन जांच कर रहे डाक्टर्स ने अपनी रिपोर्ट में बच्ची की उम्र 10 साल लिख दी थी, जो कि अपने आप में ही सवाल खड़ा कर रही थी। बच्ची की मां ने भी माना कि उनकी बेटी की उम्र 10 नहीं बल्कि 12 साल है। इधर, साइकोलॉजिस्ट का कहना है कि बच्ची को 18 साल की उम्र की होने तक नियमित काऊंसलिंग की जरूरत है ताकि वह भावी जीवन में किसी मैंटल ट्रॉमा या डिप्रेशन का शिकार न हो जाए क्योंकि बड़ी होने पर उसे अपने साथ बीती हर घटना की सच्चाई का पता चल जाएगा।

 

बच्ची को बताया पेट में है पत्थरी 
मानसिक रूप से अविकसित बच्ची मां की परिभाषा भी नहीं जानती। ऐसे में परिजन और डाक्टर भी परेशान हैं कि डिलीवरी तक बच्ची का आत्मविश्वास कैसे बरकरार रखा जाए। यही वजह है कि उसे आजतक यही बताया गया है कि उसके पेट में पत्थरी हो गई है और कुछ दिन बाद उसका ऑपरेशन होगा। बच्ची की सहेलियों को भी यही कहा गया है कि वह कुछ महीने तक किसी से नहीं मिल सकती है क्योंकि बच्ची पेट में पत्थरी की वजह से दर्द में है। हालांकि बच्ची को पढ़ाने के लिए घर में ही टीचर की व्यवस्था की जा रही है। एक एन.जी.ओ. की सहायता से हर रोज एक टीचर बच्ची को पढ़ाने के लिए घर जाएगी।


 

नहीं बांधूंगी राखी
पीड़ित बच्ची की मां मानो पूरी दुनिया से रूठ गई लगती है। उसका कहना है कि वह जिंदगी भर अपने दुष्कर्मी भाई को राखी नहीं बांधेगी। वहीं आरोपी मामा की पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों ने भी उसका बहिष्कार कर दिया है। न तो पुलिस कस्टडी में कोई उससे मिलने गया है और न ही जेल में। बहन का कहना है कि अगर उसे फांसी लग जाए तब भी वह आंसू नहीं बहाएगी। उसकी खुद की दो बेटियां हैं, उसको इतनी शर्म भी नहीं आई कि मेरी बच्ची मासूम है। मामा शब्द तो खुद ही बयान करता है कि मामा दो मांओं के सामान है। फिर ऐसी नीचता करने वाले की तो मैं कभी शक्ल ही नहीं देखूंगी। भगवान करे मेरा भाई जीवन भर जेल में ही सड़ता रहे।

 

दुनिया में कम उम्र में मां बनने वाली बच्चियों का रिकॉर्ड
पेरू की लीना मेदिना 5 साल की उम्र में मां बनी थी। 14 मई 1939 में बच्ची ने एक लड़के को जन्म दिया था। बच्चा बोन मैरो डिसीज से ग्रस्त था और 40 साल की उम्र तक पहुंचते हुए उसकी मौत हो गई थी। बच्ची किसी मैडीकल प्रोब्लम से ग्रस्त थी, जिसकी वजह से उसे 2.5 साल की उम्र में पीरियड शुरू हो गए थे। गर्भस्थ शिशु किसका था, यह राज बना रहा। हालांकि पुलिस ने शक के आधार पर बच्ची के पिता को हिरासत में लिया था परंतु बाद में सबूतों के अभाव में पिता को छोड़ दिया गया था। लीना मेदिना के बाद ट्राइबल देशों की कई लड़कियां 8 से लेकर 12 साल की उम्र में मां बन चुकी हैं।


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