इन कारणों के चलते यूको बैंक के बिजनेस पर लगा प्रतिबंध
punjabkesari.in Saturday, May 13, 2017 - 11:52 AM (IST)
नई दिल्लीः रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आर.बी.आई.) ने यूको बैंक के कई बिजनेस पर रोक लगा दी है। यूको बैंक को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा था। साथ ही, नेटवर्थ में कमी आने और तेजी से एनपीए में इजाफा दर्ज किया गया है। यूको बैंक की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कहा कि आर.बी.आई ने 5 मई को एक लेटर के जरिए हाई बैड लोन और एसेट्स पर निगेटिव रिटर्न की वजह से अपने कुछ बिजनेस एक्टिविटी पर ‘तुरंत सुधारात्मक कदम’ उठाने को कहा है।
लगातार दो फाइनेंशियल ईयर हुआ नुकसान
यूको बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा है कि कदम से उनके परफॉर्मेंस पर किसी तरह का कोई मैटिरियल इम्पैक्ट नहीं पड़ेगा, लेकिन उन्होंने करेक्टिव एक्शन की विस्तृत जानकारी नहीं दी है। मूलत: यह प्रतिबंध लोन पर और ब्रांच एक्सपेंशन प्लान पर लगेगा। बैंक लगातार दो फाइनेंशियल ईयर के दौरान नुकसान उठा रहा है। साथ ही, एसेट क्वालिटी पर भी भारी दबाव है। बैंक के एक अधिकारी के मुताबिक, आरबीआई के तत्काल करेक्टिव एक्शन (पीसीए) के तहत मैनेजमेंट कम्पेंसेशन और डायरेक्टर्स की फीस को चेक किया जाएगा। इसका मकसद बैंक को रिवकरी की राह पर वापस लौटाने का है।
एन.पी.ए. रेशियो हुई खराब
आई.डी.बी.आई. बैंक के बिजनेस प्रतिबंध के बाद यूको दूसरा ऐसा बैंक है। इसके बाद आर.बी.आई. ने बीते माह अपने पी.सी.ए. फ्रेमवर्क पर दोबारा विचार किया है। बढ़ते फंसे कर्ज को देखते हुए आर.बी.आई. बैंकिंग सिस्टम को ठीक करने के मिशन पर है। यूको बैंक का ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग लोन 2016-17 के अंत तक 22,541 करोड़ रुपए तक पहुंच गया जोकि टोटल लोन का 17.1 फीसदी है। एन.पी.ए. रेशियो 8.94 फीसदी है जोकि पूरी इंडस्ट्री में सबसे खराब है। एक साल पहले यह आंकड़ा 15.43 फीसदी था और पिछले साल दिसंबर में यह आंकड़ा 17.18 फीसदी।
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