इस प्रॉजेक्ट की हिस्सेदारी सिर्फ 1 रुपए में बेचने को तैयार टाटा पावर

punjabkesari.in Thursday, Jun 22, 2017 - 05:25 PM (IST)

नई दिल्लीः टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा पावर ने 4,000 मेगावॉट के मूंदड़ा पावर प्रॉजेक्ट की 51 पर्सेंट हिस्सेदारी को महज 1 रुपये में बेचने का प्रस्ताव रखा है। कंपनी ने गुजरात सरकार को इस प्रॉजेक्ट को बेचने का प्रस्ताव दिया है, जो उसके इस प्रॉजेक्ट से बिजली खरीदती है। कंपनी ने आर्थिक संकट से उबरने के मकसद से यह फैसला लिया है। इस प्रॉजेक्ट को संचालित करने वाली टाटा पावर की यूनिट कोस्टल गुजरात पावर लिमिटेड (सीजीपीएल) ने इस महीने की शुरुआत में गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड को पत्र लिखकर यह ऑफर दिया था।

कंपनी ने इस यूनिट में अब अपनी सिर्फ 49 फीसदी हिस्सेदारी बनाए रखने और एक कॉन्ट्रैक्टर के तौर पर पूरे प्रॉजेक्ट को ऑपरेट करने का प्रस्ताव दिया है। सीजीपीएल के सीईओ कृष्ण कुमार शर्मा की ओर से लिए गए लेटर में कहा गया है कि मूंदड़ा प्रॉजेक्ट को 6,083 करोड़ रुपये की पेड-अप इक्विटी के मुकाबले 6,457 करोड़ रुपये का लॉस हुआ है। इस लेटर की कॉपी पीएम मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र सचिव और केंद्रीय ऊर्जा सचिव को भी भेजी गई है। सीईओ के मुताबिक कंपनी पर 10,159 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है और कर्जदाता संस्थानों ने प्रॉजेक्ट में वित्तीय लाभ न देखते हुए आगे कोई राशि जारी करने से इनकार कर दिया है। 

टाटा ग्रुप ने फरवरी 2006 में 2.26 रुपये प्रति यूनिट की दर से 4,000 मेगावॉट के इस प्रॉजेक्ट को बोली लगाकर हासिल किया था। कंपनी इस प्रॉजेक्ट को इंडोनेशिया स्थित अपनी कोयला खदानों से आयात के जरिए संचालित करने की योजना में थी। लेकिन, 2010 में इंडोनेशियाई सरकार ने कोयले के आयात को लेकर कहा कि इसके लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुताबिक कीमत चुकानी होगी। इसके बाद टाटा ने सुप्रीम कोर्ट ने प्रति बिजली यूनिट की दर में इजाफा करने की मांग की थी, लेकिन उसकी इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट में खारिज कर दिया गया।



 


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