RBI ने पहचाने 12 बड़े डिफाल्‍टर, आईबीसी के तहत पहली कार्रवाई लैंकों पर

punjabkesari.in Tuesday, Jun 20, 2017 - 03:12 PM (IST)

मुंबई: बैंकों ने फंसे हुए कर्ज (एनपीए) की वसूली के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने जिन 12 बड़े एनपीए अकाऊंट पर कार्रवाई शुरू करने को कहा था उसमें से लैंको इंफ्रा पर आईडीबीआई ने कार्रवाई शुरू कर दी है। यह कार्रवाई इनसाल्‍वेंसी एंड बैंकरप्‍सी कोड (आईबीसी) के तहत की जा रही है। 

सोमवार को बैंकों ने बैठक कर फंसे हुए कर्ज की वसूली के लिए कार्रवाई की रणनीति तैयार की थी। लैंको इंफ्रा कंपनी पावन और सड़क निर्माण के क्षेत्र में कार्ररत है। इन कंपनियों के खिलाफ इनसाल्‍वेंसी एंड बैंकरप्‍सी कोड (आईबीसी) के तहत कार्रवाई की जा रही है। इनमें लैंकों इंफ्रा के अलावा भूषण स्‍टील, मोनेट इस्‍पात और एस्‍सार स्‍टील जैसी कंपनियां शामिल हैं।

ये हैं12 बड़े डिफाल्‍टर्स  
रिजर्व बैंक ने जिन खातों की पहचान की है उनमें एम्टेक ऑटो पर 14,074 करोड़ रुपए, भूषण स्टील पर 44,478 करोड़ रुपए, एस्सार स्टील पर 37,284 करोड़ रुपए, भूषण पावर एंड स्टील पर 37,248 करोड़ रुपए, आलोक इंडस्ट्रीज पर 22,075 करोड़ रुपए, मोनेट इस्पात पर 12,115 करोड़ रुपए और लैंको इन्फ्रा पर 44,364.6 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। इस सूची में शामिल अन्य कंपनियां में इलैक्ट्रोस्टील स्टील्स पर 10,273.6 करोड़ रुपए, इरा इन्फ्रा पर 10,065.4 करोड़ रुपए, जेपी इन्फ्राटेक पर 9,635 करोड़ रुपए, एबीजी शिपयार्ड पर 6,953 करोड़ रुपए और ज्योति स्ट्रक्चर्स पर 5,165 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है।  


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