जनता को मिलेगी और राहत, GST के 5 और 12% स्लैब में भी होंगे बदलाव

punjabkesari.in Monday, Nov 13, 2017 - 12:03 PM (IST)

नई दिल्लीः सरकार ने जी.एस.टी. की दरों में बदलाव किया है, जिसके तहत उसने 178 वस्तुओं को 28 फीसदी के जी.एस.टी. स्लैब्स से हटाकर 18 फीसदी के स्लैब में डाल दिया है। चीजेें सस्‍ती होने से खासकर लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। सरकार की योजना अब 5 और 12 फीसदी टैक्‍स स्‍लैब वाली चीजों को सस्‍ता करने की भी है। जी.एस.टी. परिषद की अगली कुछ बैठकों का टॉप अजेंडा यही हो सकता है। सीमेंट और पेंट जैसे कुछ वस्तुओं पर रेट अब भी 28 फीसदी के सबसे ऊंचे स्लैब में है। अगर टैक्स रेवेन्यू जोरदार रहा तो ऐसे कुछ वस्तुओं को भी निचले स्लैब में लाया जा सकता है।

18 फीसदी वाला स्लैब अब सबसे बड़ा 
एक राज्य सरकार के उच्च अधिकारी ने बताया कि अब रियल ऐस्टेट और पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स को जी.एस.टी. के दायरे में लाने के मुद्दे पर भी परिषद विचार कर सकती है। पिछले हफ्ते गुवाहाटी में जी.एस.टी. परिषद की मीटिंग में किए गए बदलाव के निर्णय के बाद 18 फीसदी वाला स्लैब सबसे बड़ा हो गया है। तकरीबन आधी वस्तुएं और अधिकतर सेवाएं इस स्लैब के तहत आ गई हैं। बैठक में 178 वस्तुओं को 28 फीसदी से 18 फीसदी वाले स्लैब में लाने का निर्णय किया गया था। साथ ही, रेस्त्रां पर जी.एस.टी. को घटाकर 5 प्रतिशत करने का फैसला भी किया गया था। इन कदमों से टैक्स रेवेन्यू 20 हजार करोड़ रुपए कम हो जाएगा।

सरकार को होगा 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुक्सान
कुछ और वस्तुओं को 28 फीसदी से 18 फीसदी वाले स्लैब में लाने से रेवेन्यू का कहीं ज्यादा नुकसान हो सकता था। अधिकारियों ने कहा कि सीमेंट और पेंट को निचले स्लैब में लाने पर ही सरकार को 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के रेवेन्यू से हाथ धोना पड़ता। 28 फीसदी वाले स्लैब में एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, वैक्यूम क्लीनर और डिजिटल कैमरे जैसी आम उपयोग की चीजें बची रह गई हैं। 28 फीसदी वाले स्लैब में अभी 50 से ज्यादा वस्तुएं हैं।  


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