एथेनाल का उत्पादन उप्र के किसानो को समृध्द बना देगाः गडकरी

punjabkesari.in Friday, Jan 26, 2018 - 10:26 AM (IST)

नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उतर प्रदेश अजीबोगरीब स्थित दर्शाता है जहां एक धनी राज्य में किसान गरीब है और उनमें इच्छाशक्ति की कमी है। गेहूं और चावल के उत्पादन करने से उत्तर प्रदेश के किसानों का भविष्य नहीं बदलने वाला है। गेंहू और चावल की जगह वह पेट्रो उत्पाद संबंधी एथेनाल का उत्पादन करेंगे तो प्रदेश के लोगो के साथ साथ देश का विकास हो।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एक समृध्द प्रदेश है लेकिन यहां के लोग गरीब है। यह भगवान बुध्द और भगवान की राम की स्थली है लेकिन यहां के किसान कड़ी मेहनत के बाद भी गरीब है। आजादी के 70 साल बाद भी किसानों की स्थिति में सुधार नही आया है। गेंहू और चावल के बजाए एथेनाल का उत्पादन किसानों को धनी बनायेगा और उनकी किस्मत बदल जाएंगी। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सात लाख करोड़ रुपए का डीजल एवं पेट्रोल विदेश से आयात होता है। यदि हम पुआल जो धान की फसल से उत्पन्न होता है एवं खोईया जो गन्ना कि पेराई करने के बाद निकलता है उससे एथेनाल का उत्पादन करें तो हमारे देश में चलने वाली डीजल और पेट्रोल कि जरूरत पूरी हो जाएगी और करोड़ों रुपए की बचत होगी जो किसानों की जेब में जाएगी।    गडकरी ने उदाहरण देते हुए बताया कि महाराष्ट्र और मुंबई में एथेनाल से बसें और कारे आदि चलती हैं। अब हम  स्कूटर और मोटरसाइकिल भी चलाएंगे जिसके लिए हमने कई मोटरसाईकिल कंपनियों से बात कर ली है निकट भविष्य में हम एथेनाल से ही स्कूटर और मोटरसाइकिल को चलाएंगे तथा साथ ही साथ इलेक्ट्रिक से भी चलने वाली स्कूटरों और मोटरसाइकिलों के उत्पादन पर विशेष ध्यान देंगे।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी एथेनाल का प्रयोग किया जाए तो यहां भी डीजल और पेट्रोल की बचत होगी। उन्होंने बताया कि केवल देवरिया में ही एथेनाल का प्रयोग किया जाए तो यहां भी डीजल और पेट्रोल की बचत होगी तथा इससे संबंधित केवल देवरिया में ही 25 फैक्ट्रियां खुल सकती हैं और कम से कम पचास हजार बेरोजगारों को  रोजगार मिल जाएगा। गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सी आर एस के माध्यम से  10 हजार करोड़ रूपये उपलब्ध करा दिए है। इसके अलावा 2000 किलोमीटर अतिरिक्त सड़क बनाने का भी फैसला किया। बतौर उदाहरण उन्होंने बताया कि दिल्ली से लेकर मेरठ तक 14 लेन की हम सड़क बनाने जा रहे हैं। जिससे दिल्ली की जनता 3 घंटे की  बजाय 40 मिनट में मेरठ पहुंच जाए। इसी तरह से दिल्ली के डासना से कानपुर कानपुर से लखनऊ और अन्य जगहों पर भी हम ऐसी सड़क बनाने के लिए प्रयासरत हैं।   


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