सुबह की चाय हो जाएगी महंगी, कीमतों में आया उबाल

punjabkesari.in Sunday, Dec 10, 2017 - 10:21 AM (IST)

नई दिल्ली : लगभग हर घर में सुबह की पहली जरूरत बनी चाय की कीमतों में उत्पादन गिरने से उबाल आ गया है। वैश्विक स्तर पर चाय उत्पादन में गिरावट का फायदा चाय कम्पनियों को मिला है। चाय व्यापारियों को 11 माह में स्टॉक्स में 200 प्रतिशत तक का फायदा हुआ है।

केन्या में 41.02 घटा उत्पादन
जानकारी के अनुसार इस साल केन्या में भारी बारिश के कारण चाय उत्पादन में गिरावट का अनुमान है। विश्व में चाय उत्पादन में केन्या की भागीदारी 16 प्रतिशत है। केन्या में उत्पादन में कमी का असर वैश्विक स्तर पर मांग और पूॢत पर पड़ा है। केन्या में चाय का उत्पादन 41.02 प्रतिशत घटकर 346.98 मिलियन किलोग्राम रहा। वर्णनीय है कि देश में कुल चाय का उत्पादन 50 प्रतिशत असम में होता है।

असम में भी बेमौसमी बारिश की मार
इधर भारत में भी असम में चाय का उत्पादन 27 प्रतिशत गिर गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बेमौसमी बारिश से इस साल चाय का उत्पादन घटकर 81.75 मिलियन किलोग्राम रहा। हाल ही में चाय की कीमतों में 5 रुपए प्रति कि.ग्रा. की वृद्धि हुई है। वहीं इस दौरान पश्चिम बंगाल के दुआरस रिजन में चाय उत्पादन 19 प्रतिशत गिरकर 43 मिलियन कि.ग्रा. रहा है। उत्तर भारत में उत्पादन में गिरावट से सप्लाई में कमी आई है। इससे चाय के दाम बढ़े हैं।

5 रुपए प्रति कि.ग्रा. बढ़ी कीमत
एस.एम.सी. इन्वैस्टमैंट्स एंड एडवाइजर्स लिमिटेड के रिसर्च हैड सचिन सर्वदे का कहना है कि हाल ही में चाय की कीमतों में 5 रुपए प्रति कि.ग्रा. की बढ़ौतरी हुई है। जिससे बीते हफ्ते के कारोबार में चाय कम्पनियों के स्टॉक्स में तेजी देखने को मिली थी।

टी ऑक्शन प्राइस में बढ़ौतरी
फॉच्र्यून फिस्कल के डायरैक्टर जगदीश ठक्कर के मुताबिक टी-ऑक्शन प्राइस में बढ़ौतरी का फायदा कम्पनियों को मिला है। इस साल चाय की नीलामी पिछले साल प्राइस की तुलना में ज्यादा कीमत में हुई है। कीमत बढऩे से कम्पनी को माॢजन सुधारने मदद मिली है। वहीं दूसरे क्वार्टर में चाय कम्पनियों के नतीजे आए हैं। इंडियन टी एसोसिएशन डाटा के अनुसार जनवरी से अक्तूबर के दौरान नॉर्थ इंडिया में टी 
ऑक्शन प्राइस में 1.73 प्रतिशत की बढ़त हुई है।


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