डिजीटल पेमैंट के लिए जरूरी नहीं होगा मोबाइल नंबर और बैंक डिटेल

punjabkesari.in Tuesday, Sep 26, 2017 - 08:47 AM (IST)

नई दिल्ली: कैशलैस ट्रांजैक्शन को बढ़ाने के लिए अब नैशनल पेमैंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (यू.पी.आई.) नई टैक्नोलॉजी पर काम कर रहा है जिसके जरिए किसी तरह की पेमैंट करने के लिए यूजर मोबाइल नंबर और क्यू.आर. कोड स्कैन करवाने की जरूरत नहीं होगी। यानी केवल 2 फोन के कांटैक्ट में आने से ही पेमैंट हो जाएगी। जिस तरह से गूगल ने तेज एप को लांच किया है, नैशनल पेमैंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया इसके जरिए अपने यू.पी.आई. और भीम एप पेमैंट सॉल्यूशन को कहीं ज्यादा एडवांस करना चाहता है।

जानकारी के अनुसार सरकार यू.पी.आई. और भीम एप के लिए एडवांस पेमैंट सॉल्यूशन लाने की तैयारी कर रही है। नए पेमैंट सॉल्यूशन में यूजर को खरीदारी और पेमैंट के लिए मोबाइल नंबर, ई-मेल और बैंक डिटेल्स देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए यू.पी.आई. ने कंपनियों से बिडिंग मांगी है जिससे कि नया पेमैंट सॉल्यूशन डिवैल्प किया जा सके।

कैसा होगा नया पेमैंट सिस्टम
सूत्रों के अनुसार मौजूदा सिस्टम में यू.पी.आई. से पेमैंट करने के लिए यूजर की वर्चुअल आई.डी. की जरूरत होती है। इसी तरह भीम एप से पेमैंट के लिए यूजर मोबाइल नंबर और क्यू.आर. कोड का इस्तेमाल करता है। नए पेमैंट सिस्टम में इन चीजों की जरूरत नहीं होगी। 2 यूजर मोबाइल फोन या पेमैंट डिवाइस के एरिया में आकर पेमैंट कर सकेंगे जिसके लिए उन्हें मोबाइल फोन, वर्चुअल पेमैंट एड्रैस, बैंक डिटेल की जरूरत नहीं होगी। सरकार देश में कैशलैस ट्रांजैक्शन सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा डिवैल्प करना चाहती है। इसमें भीम और यू.पी.आई. एप का अहम रोल रहेगा। एन.पी.सी.आई. ने अगस्त, 2016 में यू.पी.आई. और दिसम्बर, 2016 में भीम एप लांच किया था। इसके तहत यू.पी.आई. से हर रोज 5 लाख से ज्यादा के ट्रांजैक्शन किए जा रहे हैं। इसी तरह यू.पी.आई. से होने वाले 50 प्रतिशत के करीब ट्रांजैक्शन भीम एप के जरिए हो रहे हैं।


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