चावल के बदले ईरान से क्रूड ऑयल खरीद सकता है भारत

punjabkesari.in Saturday, Feb 24, 2018 - 04:37 AM (IST)

नई दिल्ली: भारत और ईरान मिलकर क्रूड के एवज में भुगतान के नए तरीके पर काम कर रहे हैं। भारत अरब देशों से कच्चा तेल खरीदता है और तेहरान का प्रस्ताव है कि चावल और अन्य वस्तुओं के आयात से इसे एडजस्ट किया जाए। इसके बाद जो भुगतान बचे उसकी पेमैंट यूरो में की जाए। 

अभी भारत की रिफाइनरी कच्चे तेल के आयात का भुगतान बैंकिंग चैनल के माध्यम से यूरो में करती हैं। यह भुगतान भारत और यूरोपियन बैंक के माध्यम से किया जाता है। इस बीच ईरान ने एक औपचारिक प्रस्ताव इस संबंध में दिया है। यह प्रस्ताव रिजर्व बैंक के पास आया है, जो इसके लिए मैकेनिज्म सुझाएगा। इसके लिए आर.बी.आई. सरकार से सलाह लेगा। इस भुगतान प्रणाली को लेकर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच ईरान में एक माह पहले वार्ता हो चुकी है। 

2016 में ईरान से खत्म हुई थी आर्थिक नाकेबंदी
अमरीका सहित कई पश्चिमी देशों ने ईरान पर आर्थिक नाकेबंदी को 2016 में खत्म किया था। इसके बाद ही भारतीय कम्पनियां ईरान को भुगतान कर पाई थीं। भारत की मंगलौर रिफाइनरी, एस्सार ऑयल, इंडियन ऑयल कार्पोरेशन ने ईरान पाबंदियों के चलते 55 प्रतिशत भुगतान रोक रखा था, जिसे यह पाबंदी खत्म होने के बाद यूरो में चुकता किया गया। बाकी 45 प्रतिशत भुगतान ईरान को रुपए में किया गया था। 

हाल ही में भारत दौरे पर आए थे ईरान के राष्ट्रपति
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने हाल ही में भारत का दौरा किया है। इसमें कच्चे तेल के आयात को बढ़ाने पर सहमति बनी है। अगले वित्तीय साल में ईरान भारत को रोजाना 5 लाख बैरल कच्चे तेल का निर्यात ज्यादा करेगा। पूरे साल में यह निर्यात करीब 25 मिलियन बैरल होगा। यह वर्ष 2017-18 के मुकाबले 35 प्रतिशत ज्यादा होगा। इस साल भारत ईरान से करीब 18.5 मिलियन बैरल कच्चा तेल खरीदेगा। भारत ने वर्ष 2016-17 के दौरान 214 मिलियन बैरल कच्चे तेल का आयात किया था।


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