GST लागू होने के बाद इलाज करवाना होगा महंगा, अपोलो हॉस्पिटल ने चेताया

punjabkesari.in Wednesday, Jun 21, 2017 - 03:37 PM (IST)

नई दिल्लीः देश भर में अस्पताल चलाने वाली प्रमुख कंपनी अपोलो हास्पीटल्स ने कहा कि वस्तु व सेवा कर (जी.एस.टी.) प्रणाली के कार्यान्वयन के बाद कुल मिलाकर हैल्थकेयर लागत बढ़ सकती है क्योंकि कुछ सेवाओं व उत्पादों पर 15-18 प्रतिशत की दर से कर लगेगा। हालांकि हैल्थकेयर को जी.एस.टी. से छूट दी गई है।  
PunjabKesari
अपोलो हास्पीटल्स के चेयरमैन प्रताप सी रेड्डी ने कहा कि अगर हैल्थकेयर लागत 2 प्रतिशत तक बढ़ती है तो अस्पताल उसे अपने स्तर पर वहन की स्थिति में होंगे लेकिन उससे अधिक बढ़ौतरी होने पर उसका बोझ तो उपभोक्तायों यानी रोगियों पर डालना ही होगा। रेड्डी ने कहा, ''हमारे लिए कोई जी.एस.टी. नहीं है लेकिन कुछ उत्पादों व कुछ सेवाओं पर 15-18 प्रतिशत जी.एस.टी. दर का बोझ हम पर पड़ेगा।'' इसलिए जी.एस.टी. के कार्यान्वयन के बाद अस्पतालों के लिए लागत लगभग 2 प्रतिशत अधिक रहेगी। रेड्डी ने कहा, अगर (लागत में) बढ़ौतरी 2 प्रतिशत तक होती है तो अस्पताल इसे वहन कर लेंगे लेकिन अगर यह वृद्धि तीन या चार प्रतिशत होती है तो रोगियों को बोझ उठाना पड़ेगा।   

देश में जी.एस.टी. का कार्यान्वयन एक जुलाई से प्रस्तावित है। जी.एस.टी. परिषद ने हैल्थकेयर को जीएसटी से छूट दी है। रेड्डी ने हैल्थकेयर को जी.एस.टी. से अलग रखने के सरकार के कदम का स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि अपोलो हास्पीटल्स ने इससे पहले कहा थ कि सरकार ने हैल्थकेयर व शिक्षा को वांछित महत्व दिया है। रेड्डी ने यह भी कहा कि नोटबंदी के असर से उबरते हुए कंपनी अब सामान्य रूप से परिचालन कर रही है और बढ़ रही है। देश भर में कंपनी के 64 अस्पताल हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News