भारतीय मसालों की मांग बढ़ी, निर्यात पंहुचा रिकॉर्ड पर

punjabkesari.in Thursday, Jun 15, 2017 - 06:14 PM (IST)

नई दिल्लीः शाकाहारी और मांसाहरी व्यंजनों को बेहद लजीज और औषधीय गुणों से सराबोर करने के लिए दुनिया भर में उपयोग किए जाने वाले भारतीय मसालों की मांग न केवल बढ़ी है, बल्कि सौंदर्य प्रसाधन उद्योग में इसका इस्तेमाल बढने से इस वर्ष रिकॉर्ड मात्रा में इनका निर्यात किया गया है।  वित्त वर्ष 2016-17 में मसालों के निर्यात में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है और कुल 17,664.61 करोड़ रुपए मूल्य के नौ लाख 47 हजार 790 टन मसालों का निर्यात किया गया है।

PunjabKesariदुनिया भर में सर्वाधिक मांग सूखी लाल मिर्च की रही जबकि जीरा दूसरे स्थान पर रहा। विदेश में लागू किये गए कड़े खाद्य सुरक्षा नियमों पर खरे उतरने के बाद रिकॉर्ड मात्रा में इनका निर्यात हुआ है। मसाला बोर्ड के अध्यक्ष ए. जयतिलक के अनुसार 2015-16 के दौरान कुल 16,238.23 करोड़ रुपए मूल्य के आठ लाख 43 हजार 255 टन मसालों का निर्यात किया गया था जिसमें पिछले वित्त वर्ष में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।  

PunjabKesariवर्ष 2016-17 के दौरान विश्व में भारतीय लाल सूखी मिर्च की मांग 15 प्रतिशत की दर से बढ़ी और कुल 5,070.75 करोड़ रुपए मूल्य की चार लाख 250 टन मिर्च का निर्यात किया गया। जीरा की माँग में 22 प्रतिशत की व़द्धि हुई और कुल 1,963.20 करोड़ रुपए मूल्य के 1 लाख 19 हजार टन जीरा का निर्यात किया गया।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News