COAI के डीजी ने कहा, Jio से माफी मांगने का कोई सवाल ही पैदा नहीं

punjabkesari.in Tuesday, Feb 27, 2018 - 12:58 PM (IST)

मुंबईः सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) और उसके डायरेक्टर जनरल राजन मैथ्यूज के माफी न मांगने से रिलायंस जियो इंफोकॉम नाराज है। मैथ्‍यूज ने कहा कि माफी मांगने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। बता दें किअंबानी की कंपनी ने COAI के खिलाफ मानहानि का नोटिस भी जारी किया है। 

मुकेश अंबानी की जियो ने मैथ्यूज को 26 फरवरी को लिखे पत्र में कहा, 'मीडिया को दिए गए बयान में रिलायंस जियो इंफोकॉम की साख को हुए नुकसान के लिए सार्वजनिक माफी नहीं मांगी गई है। इसके साथ ही इसमें COAI और आपकी ओर से किए जा रहे झूठे और मानहानि वाले प्रचार को आगे बढ़ाया गया है।'

माफी मांगने का कोई इरादा नहीं
बार्सिलोना में मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस के दौरान मैथ्यूज ने कहा कि COAI का रिलायंस जियो से माफी मांगने का कोई इरादा नहीं है। उनका कहना था कि COAI की राय किसी विशेष टेलीकॉम कंपनी से नहीं जुड़ी थी। हालांकि, जियो ने COAI की ओर से दिए गए कारणों को मानने से इनकार कर दिया है। कंपनी ने सोमवार को कहा, 'आपके और COAI की ओर यह दावा गलत और जवाबदेही से बचने की कोशिश है कि आप किसी विशेष टैलीकॉम कंपनी को परेशान नहीं करना चाहते।'

मैथ्यूज को मानहानि का नोटिस 
जियो ने पिछले शुक्रवार को COAI और मैथ्यूज को मानहानि का नोटिस जारी कर 48 घंटे में सार्वजनिक माफी मांगने को कहा था। इससे पहले COAI ने कहा था कि टैलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने अपने रेगुलेशंस के जरिए भारती एयरटेल, वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर जैसी पुरानी टैलीकॉम कंपनियों की कीमत पर जियो को फायदा पहुंचाया है। COAI के इस बयान से नाराज होकर जियो ने उसे मानहानि का नोटिस दिया था। COAI ने इस नोटिस के जवाब में कहा था कि उसके मतभेद टैलीकॉम रेगुलेटर के हाल के आदेशों के साथ हैं और उसका इरादा किसी विशेष टैलीकॉम कंपनी को परेशान करने का नहीं है। COAI का कहना था कि उसने टैलीकॉम इंडस्ट्री की ग्रोथ और डिवेलपमेंट के मद्देनजर आशंकाएं जताई थीं।

क्या है पूरा मामला?
COAI ने आरोप लगाया था कि एक डेढ साल के दौरान ट्राई ने ऐसे कई कदम उठाए हैं, जिसके चलते नए ऑपरेटर्स को फायदा हुआ है। बता दें कि सबसे ज्‍यादा विवाद ट्राई के प्रीडेट्री प्राइसिंग को लेकर हुआ था। इसके तहत कंपनी ने ट्राई ने इंटर कनेक्टिक यूजेज चार्ज को कम करते हुए 14 पैसे प्रति मिनट कर दिया था। यह चार्ज ऑपरेटिंग कंपनी उस कंपनी को देती है, जिस पर कॉल खत्‍म होती है। एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया का आरोप है कि इससे सीधा फायदा जियो को हुआ है।


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