GST की मार पढ़ाई पर, जानिए कितने महंगे होंगे बच्चों के स्कूली बैग?

punjabkesari.in Thursday, May 25, 2017 - 01:34 PM (IST)

नई दिल्लीः वर्तमान समय में पढ़ाई पहले ही काफी मंहगी हो चुकी है। नामांकन फीस और ट्यूशन फीस के नाम पर प्राइवेट स्कूल हर साल मनमानी तरीके से फीस बढ़ौत्तरी करते हैं। जिसका सीधा असर पैरेंट्स के जेब पर पड़ता है। लेकिन इस बार पैरेंट्स के जेब को दोगुनी मार झेलनी होगी। क्योंकि स्टेशनरी सहित स्कूल बैग, पेन, कलर बुक्स, पिक्चर बुक्स आदि पर 12 फीसदी से लेकर 28 फीसदी तक टैक्स लगेगा। अभी तक पढ़ाई संबंधित सामान पर 5 फीसदी टैक्स ही लगाया जा रहा था। अब जी.एस.टी. आने से स्टेशनरी साम्रगी के दाम काफी बढ़ जाएंगे।

लगेगा 28 फीसदी टैक्स
जी.एस.टी. काउंसिल ने 18-19 मई को श्रीनगर में हुई 14वीं बैठक में स्कूली बस्ते को ट्रंक, सूटकेस, एक्जीक्यूटिव केस, कैमरा केस, गन केस, ट्रैवलर बैग, स्पोर्ट बैग और ज्वैलरी बैग जैसे उत्पादों की श्रेणी में रखते हुए इस पर 28 फीसदी जी.एस.टी. लगाने का फैसला किया है। खास बात यह है कि स्कूली बस्ते भले ही चमड़े, प्लास्टिक या टेक्सटाइल के बने हों, उन सभी पर जी.एस.टी. की उच्चतम दर ही लागू होगी।

जून के बाद बढ़ जाएंगे दाम
जी.एस.टी. लागू होने से पहले स्टेशनरी दुकानदार अपना पुराना सामान को जल्द से जल्द बेचने की कोशिश कर रहे है। क्योकि इसके बाद इन्हीं सामान को नई दर से बेचना होगा। सरकार ने एक जुलाई, 2017 से जी.एस.टी. लागू करने का लक्ष्य रखा है। करीब आधा दर्जन वस्तुओं को छोड़कर काउंसिल शेष सभी चीजों पर जी.एस.टी. की दरें तय कर चुकी है। तीन जून को होने वाली काउंसिल की बैठक में इन वस्तुओं पर भी जी.एस.टी. की दरें तय होने की उम्मीद है।


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