अरब देशों से निवेश बढ़ाने के लिए टास्क फोर्स का गठन हो: फिक्की

punjabkesari.in Tuesday, Dec 13, 2016 - 05:30 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत में अरब देशों के निवेश को बढ़ावा देने के लिए उद्योग संगठन फिक्की ने विदेश मंत्रालय और अरब लीग की मदद से एक संयुक्त टास्क फोर्स गठित करने का आज प्रस्ताव किया। इसी मुद्दे को लेकर 14-15 दिसंबर को ओमान के मस्कट में होने वाले पाचवें भारत-अरब पार्टनरशिप सम्मेलन में विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर की अगुवाई में भारतीय प्रतिनिधिमंडल अरब देशों के साथ बातचीत करेगी।

45 कंपनियों का व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी लेगा हिस्सा
फिक्की और ओमान चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस सम्मेलन में उद्योग संगठन के वरिष्ठ कार्यकारी समिति सदस्य डेविन नारंग की अगुवाई में 45 कंपनियों का व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी हिस्सा ले रहा है। सम्मेलन को विदेश मंत्रालय, ओमान के वाणिज्य मंत्रालय, अरब लीग ,जी.यू.सी.सी.आई.ए.सी. तथा फेडरेशन ऑफ अरब बिजनेसमैन का सहयोग भी प्राप्त है।

भारतीय राज्यों के मुख्य अधिकारी भी होंगे शामिल
सम्मेलन में अरब देशों को झारखंड, मध्य प्रदेश तथा आंध प्रदेश अपने यहां व्यापार तथा निवेश की संभावनाओं से रुबरू कराएंगे। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, मध्य प्रदेश के उद्योग मंत्री राजेंद्र शुक्ला तथा आंध्र प्रदेश के आर्थिक विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे कृष्णा किशोर सम्मेलन में अपने अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व करेंगे।

सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है यह
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारत और अरब देशों के बीच निवेश को बढ़ावा देना, निवेश परियोजनाओं की गति बढ़ाना ,मौजूद संयुक्त उपक्रमों को सक्रिय करना तथा निर्यात संवद्र्धन के अनुकूल माहौल बनाना है। फिक्की और औद्योगिक नीति एवं संवद्र्धन विभाग (डी.आई.पी.पी.) का संयुक्त उपक्रम इन्वेस्ट इंडिया और राज्य सरकारें अरब देशों को भारत में निवेश की संभावनाओं पर अपनी प्रस्तुति देंगी। अरब देश संयुक्त रूप से भारत के सबसे बड़े कारोबारी साझेदार हैं। अरब देशों तथा भारत के बीच 180 अरब डॉलर से अधिक का व्यापार है। भारत अपनी 60 फीसदी तेल एवं गैस की जरूरतों की पूर्ति पश्चिम एशिया से करता है। विभिन्न कारोबार करने वाली कई भारतीय कंपनियां इस कारोबार का हिस्सा हैं। 


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