एयर इंडिया की उड़ानें सबसे ज्यादा रद्द, शिकायतें भी सबसे अधिक

punjabkesari.in Sunday, Aug 20, 2017 - 07:10 PM (IST)

नई दिल्ली : बड़ी एयरलाइंस में घरेलू उड़ानों के रद्द होने के मामले में सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया का प्रदर्शन जुलाई में सबसे खराब रहा। साथ ही उसके खिलाफ यात्रियों की शिकायतों का औसत भी सबसे ज्यादा रहा। नागर विमानन महानिदेशालय के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में घरेलू विमानन क्षेत्र में औसतन 0.79 प्रतिशत उड़ानें रद्द हुईं।

इसमें जूम एयर के 75.81 प्रतिशत और ट्रूजेट के 3.70 प्रतिशत के बाद एयर इंडिया का स्थान रहा जो बड़ी विमान सेवा कंपनियों में सबसे ज्यादा है। उसकी 1.60 प्रतिशत उड़ानें रद्द हुईं। इनके बाद क्रमश: विस्तारा 0.76 प्रतिशत, गो एयर 0.47 प्रतिशत और इंडिगो 0.45 प्रतिशत का स्थान रहा। सबसे कम 0.25 प्रतिशत उड़ानें जेट एयरवेज की रद्द हुईं। एयर एशिया की 0.32 प्रतिशत और स्पाइसजेट की 0.40 प्रतिशत उड़ानें रद्द हुईं। उड़ानें रद्द होने की सबसे बड़ी वजह तकनीकी रही है। कुल 54.2 प्रतिशत उड़ानें तकनीकी कारणों से, 6.7 प्रतिशत मौसम की वजह से, 3.3 प्रतिशत परिचालन संबंधी कारणों से और 34.9 प्रतिशत विभिन्न कारणों से रद्द हुई हैं।

महानिदेशक के आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइन के खिलाफ यात्रियों की शिकायतों के मामले में एयर इंडिया का प्रदर्शन एक बार फिर सबसे खराब रहा। जुलाई में प्रति एक लाख यात्री उसके खिलाफ 17 शिकायतें दर्ज की गईं। प्रति एक लाख यात्री जेट एयरवेज और जेट लाइट के खिलाफ 13 शिकायतें, गो एयर के खिलाफ नौ और ट्रूजेट के खिलाफ सात शिकायतें आयीं।
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यात्रियों को सबसे ज्यादा शिकायत उड़ान संबंधी
यात्रियों को सबसे ज्यादा शिकायत उड़ान संबंधी समस्याओं को लेकर रहीं। कुल शिकायतों में 29.1 प्रतिशत इसी सिलसिले में थीं। यात्री सेवाओं को लेकर 27.3 प्रतिशत, बैगेज को लेकर 19.9 प्रतिशत और रिफंड को लेकर 5.8 प्रतिशत शिकायतें रहीं।

एयरलाइन कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर 5.5 प्रतिशत, किराये को लेकर 4.3 प्रतिशत और अन्य कारणों से 7.5 प्रतिशत शिकायतें आयीं। देश के चार प्रमुख महानगरों दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद के हवाई अड्डों से समय पर उड़ान भरने के मामले में इंडिगो का प्रदर्शन सबसे अच्छा और जेट एयरवेज तथा जेटलाइट का सबसे खराब रहा।


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