वर्ष 2017 में खाली रह गए 4.4 लाख फ्लैट

punjabkesari.in Monday, Mar 05, 2018 - 11:04 AM (IST)

नई दिल्ली: पिछले साल रियल एस्टेट सैक्टर में सुस्ती रही और फ्लैट्स के लिए खरीदार कम रहे हैं। वर्ष 2017 के अंत तक 7 बड़े शहरों में करीब 4.4 लाख फ्लैट नहीं बिक पाए। इसमें सबसे ज्यादा फ्लैट दिल्ली-एन.सी.आर. में हैं, जहां वर्ष 2017 में करीब 1.5 लाख फ्लैट बिना बिके खाली रह गए। जे.एल.एल. के एक ताजा सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे के अनुसार नोटबंदी, रेरा कानून और जी.एस.टी. से सैक्टर पर असर पड़ा है। 

क्यों आई डिमांड में कमी  
जे.एल.एल. इंडिया के सी.ई.ओ. और कंट्री हैड रमेश नायर के अनुसार पिछले साल नोटबंदी व जी.एस.टी. जैसी घटनाएं हुईं। वहीं रियल एस्टेट कानून रेरा लागू हुआ। इनकी वजह से यह सैक्टर वेट एंड वॉच मोड में चला गया। इससे सैक्टर पर असर पड़ा और हाऊसिंग डिमांड के साथ कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी पर भी असर पड़ा। नायर के अनुसार हमें उम्मीद है कि कुछ महीनों के बाद डिमांड में फिर तेजी आएगी और प्रॉपर्टी की कीमतों में गिरावट के कारण अच्छी स्थिति बन सकती है।

किन शहरों में हुआ सर्वे 
सर्वे में दिल्ली-एन.सी.आर. के अलावा चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, कोलकाता और बेंगलूर को शामिल किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक जो फ्लैट अंडरकंस्ट्रक्शन थे, उनके खरीदार तो नहीं मिले, वहीं करीब 34,700 फ्लैट तैयार रहने के बाद भी नहीं बिके। इनमें कुल फ्लैट में 1,50,654 यूनिट दिल्ली-एन.सी.आर. में नहीं बिके। कोलकाता में न बिके फ्लैट्स की संख्या सबसे कम 26,000 यूनिट थी। वहीं तैयार हालत वाले फ्लैट के मामले में चेन्नई में करीब 20 प्रतिशत यूनिट्स नहीं बिके। मुम्बई में 86,000 यूनिट्स अनसोल्ड रहीं। बेंगलूर में 70 हजार, पुणे में 36 हजार और हैदराबाद में 28 हजार यूनिट्स अनसोल्ड रही हैं।
 


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