धर्म और परंपरा के नाम पर बाबाओं द्वारा कन्याओं को टॉपलैस रखने और नौकरी एवं संतान के बहाने बलात्कार

punjabkesari.in Saturday, Sep 30, 2017 - 12:32 AM (IST)

धार्मिक परंपराओं और रीति-रिवाज के नाम पर चंद ढोंगी बाबाओं द्वारा नारी जाति के शोषण का सिलसिला देश में जोरों पर है। हाल ही में चंद ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिनसे प्रतीत होता है कि धर्म के लबादे की ओट में चंद कुत्सित प्रवृत्ति के लोग किस प्रकार नारी जाति का शोषण कर रहे हैं।

हाल ही में यह सनसनीखेज रहस्योद्घाटन हुआ है कि देवी पूजा की परंपरा के नाम पर मदुरै स्थित तमिलनाडु के एक मंदिर परिसर में 10 से 14 वर्ष आयु की चुनी हुई उन 7 कन्याओं को प्रतिवर्ष 15 दिनों तक पुजारी की देखरेख में टॉपलैस रखा जाता है जो अभी रजस्वला न हुई हों। इन कन्याओं को मंदिर परिसर में सिर्फ ‘धावानी’ (लहंगे जैसी पोशाक) पहनने को दी जाती है। इनकी कमर के ऊपर कोई कपड़ा नहीं होता तथा सिर्फ कुछ आभूषण पहनाए जाते हैं। लगभग 60 गांवों के लोग इस आयोजन के लिए कन्याओं को स्वेच्छा से मंदिर में भेजते हैं। 

इस संबंध में एक वीडियो में नग्न वक्ष वाली कन्याओं को उन्हें दिए हुए चढ़ावे के साथ मंदिर में घूमते व एक अन्य वीडियो में उन्हें मंदिर के भीतर छोटे से तालाब में नहाते दिखाया गया है। कन्याओं को टॉपलैस रखने का पता जब मदुरै के कलैक्टर ‘के.वीरा राव’ को चला तो उन्होंने इन कन्याओं को पूरी तरह कपड़े से ढांपने के निर्देश जारी किए। उनका कहना है कि ‘‘ऐसे रखने से उन पर मनोवैज्ञानिक दुष्प्रभाव पड़ेगा। इस आयु में उन्हें इस तरह रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। हो सकता है कि कुछ कन्याएं बड़ी हो कर यह अनुभव भूल जाएं पर सबके साथ ऐसा हो यह जरूरी नहीं। अत: पूरे कपड़ों से भी रस्म निभाई जा सकती है।’’ 

‘द कवई पोस्ट’ नामक वैबसाइट की मुख्य संपादक ने कोयम्बटूर में शिकायत दर्ज करवाई है कि जब से उसने इस सनसनीखेज परंपरा की स्टोरी चलाई है तभी से उसे धमकी भरे फोन मिल रहे हैं। उसे गालियां दी जा रही हैं और घृणास्पद बातें भी कही जा रही हैं। मदुरै मंदिर में देवी पूजा के नाम पर कन्याओं को टापलैस रखे जाने के रहस्योद्घाटन के बीच राम रहीम तथा फलाहारी बाबा के बाद अब यू.पी. और राजस्थान में 2 अन्य ढोंगी बाबाओं की काली करतूतें सामने आई हैं। 

एक युवती ने बाबा सियाराम पर कई महीनों तक बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला सीतापुर के मिश्रिख क्षेत्र का है। पीड़िता ने बताया कि उसे नौकरी की जरूरत थी। जब उसने यह बात अपने 2 परिचितों को बताई तो उन्होंने नौकरी दिलाने के बहाने उसे आरोपी बाबा की शिष्या मिंटू सिंह को 50,000 रुपयों में बेच दिया। 

इसके बाद मिंटू पीड़िता को अपने साथ सीतापुर आश्रम ले गई, हां बाबा सियाराम ने रात में पीड़िता से बलात्कार कर उसकी अश्लील वीडियो बना ली। इसके अलावा पीड़िता ने आगरा स्थित आश्रम में भी 8 महीनों तक बंधक बनाकर उसके साथ रोज बलात्कार करने का आरोप लगाया है। गत दिवस पीड़िता को वापस सीतापुर आश्रम लाया गया। यहां बाबा ने फिर पूरी रात पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाया। सुबह बाबा को सोता देख पीड़िता ने फोन कर इस बात की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने बाबा को गिरफ्तार कर पीड़िता को बाबा के चंगुल से आजाद कराया। 

इसी प्रकार राजस्थान के जयपुर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में बलात्कार के मामले में पुलिस ने एक बाबा नारायण दास को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार संतान के लिए पति के कहने पर मंदिर आई महिला के साथ गत  26 सितम्बर की रात बलात्कार करने वाले बाबा नारायणदास को पुलिस ने 28 सितम्बर को गिरफ्तार कर लिया। बाबा ने बलात्कार के आरोप को स्वीकार कर लिया है तथा इस गलती के लिए माफी मांग रहा है। ऐसी घटनाओं के कारण देश में धर्मस्थलों, संतों और बाबाओं की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा को आघात लग रहा है। अत: इस स्थिति को रोकने के लिए असली संत-महात्माओं को इस पर विचार करके ऐसे नकली बाबाओं को अलग-थलग करने का उपाय करना चाहिए ताकि संत समाज की छवि खराब न हो।—विजय कुमार 


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